• बालव करण
  • देवता : ब्राह्मण समवर्ती नक्षत्र : रोहिणी
  • संक्षेप में अभिप्राय : - सुन्दर, अल्प आयु वाला, अल्प दृष्टि वाला।
  • बहादुर, निर्भीक, अति साहसी। - लड़के के समान चंचल, बच्चों के कार्यों में सदा रुचि रखना।
  • अच्छे गुणों से सम्पन्न, त्यागमयी प्रवृत्ति, राजा द्वारा सम्मान प्राप्त करना, राजाओं द्वारा आदर किया जाना, प्रसन्न, अत्यधिक भाग्यवान ।
  • धनवान, कई सेवक होंगे।
  • वस्त्रों और आचरण में विनम्र ।
  • बुरे कार्य करेगा, हानिकारक ।
  • बृहत् संहिताः बालव में व्यक्ति को धार्मिक और प्रशंसा योग्य कार्य करने चाहिए, और वह वस्तुएँ जो ब्राह्मणों के लिए लाभदायक हो ।