सूर्य

    यह प्राणतत्व का अधिष्ठाता है, यह हमारे जीवन में क्रिया शक्ति, प्राण शक्ति के रूप में परिलक्षित होता है ।

    चन्द्रमा

    यह मन का अधिष्ठाता है, यह चिंतन-प्रक्रिया को प्रतीक्षण प्रभावित करता है।

    मंगल

    यह इच्छा, वासना, काम से संबधित है।

    बुध

    बुध मन की विविध क्षमताओं से सूक्ष्मरूपसे जुड़ा है।

    गुरु

     यह आध्यात्मिक शक्ति संवेदना, भावना तथा श्रधा को प्रभावित करता है।

    शुक

     यह अन्तरमुखी प्रवृत्त्तियो का जन्म देता है।

    शनि

    यह प्रकृति का अधिष्ठाता तथा पृथ्बी तत्त्व प्रधान ग्रह है I इन्द्रीयगम्य सभी पदार्थ इसके अंतर्गत आते है।

    राहु

    यह एक छाया ग्रह है।

    केतु

    यह एक छाया ग्रह है।