• वणिज करण
  • देवता : श्री धन की देवी)
  • समवर्ती नक्षत्र : श्रवण
  • संक्षेप में अभिप्राय - चतुर वक्ता।
  • बुद्धिमान, अनेक व्यापारिक गतिविधियों का ज्ञाता, व्यापार और वाणिज्य में अच्छा, व्यापार के द्वारा जीविकोपार्जन करने वाला।
  • भगवान और धर्मपरायण लोगों का आदर करता है, महान् व्यक्तियों की कथा को सुनना पसन्द करता है।
  • दूर-दूर तक यात्रा करने वाला।
  • प्रेमिकाओं के साथ गुप्त प्रणय, आपराधिक उत्तेजना में रत ।
  • बृहत् संहिताः वणिज में व्यक्ति को, स्थाई वस्तुएँ, व्यापार और साझेदारी से सम्बन्धित कार्य करने चाहिए।