• कौलव करण :
  • देवता : मित्र समवर्ती नक्षत्र : अनुराधा
  • संक्षेप में अभिप्राय : - छोटे बाल वाला। - निर्भीक, शक्तिशाली, गजों और अश्वों आदि की सवारी के योग्य |
  • आदरणीय, सभी के द्वारा प्यार किया जाना, अच्छे मित्रों के साथ का आनन्द उठाता है।
  • अच्छे चरित्र का, अभिभावकों का आज्ञाकारी, कर्तव्यों के प्रति समर्पित, सभी कार्यों को बहुत खूबसूरत ढ़ग से करेगा।
  • किसी समय दुःखी और किसी दूसरे समय प्रसन्न |
  • कदाचित् राज्य और व्यक्तियों पर अधिकार होगा, गज और अश्व होंगे। - दुःखी, प्रसन्नता से वंचित होगा।
  • अस्थिर चित्त, क्रोधी।
  • गोपनीय प्रवृत्ति (स्पष्ट वक्ता नहीं है) बुरे काम करेगा, पापी कर्मों में अनुग्रह करेगा।
  • बृहत् संहिताः कौलव में व्यक्ति को, प्रेम पर आधारित वस्तुएँ, मित्र चुनना और साथ ही वधू का चयन करना पड़ेगा।