Acharya R K Mishra

      आचार्य जी आध्यात्मिक, सामाजिक सेवक, धर्म प्रचारक, कर्मयोग, सांख्ययोग एवं दशों महाविद्याओ के साधक हैं और ज्योतिष शास्त्र के विद्वान हैं। जीवन का एक-एक घटना आचार्य जी पहले ही बता देते हैं जो अक्षरसः सत्य निकलता हैं। तेरह साल के उम्र से कंठ भर जल में चारों काल तपस्या करते थे। तेरह वर्ष की साधना के पश्चात सामाजिक कार्य में जुटे हुए हैं। आचार्य जी एक न्यायिक, सात्विक, धार्मिक, गरीबों का सेवा करने वाले सामाजिक साधक हैं। प्रत्येक माह हरिद्वार में हरकी-पैड़ी पर अपने शिष्यों के साथ महारुद्र यज्ञ करते आ रहे हैं। आचार्य जी का जन्म मिथिला मंडल के अंतर्गत जिला-सीतामढ़ी, बागमती घाट के पास एक गरीब मैथिल ब्राह्मण परिवार में हुआ।

      शिक्षा- कामेश्वर सिंह विश्वविद्यालय दरभंगा से शास्त्री पास किए और सम्पुर्नानद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी (कासी) से आचार्य की परीक्षा पास किए। आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य मामा जी से आयुर्वेद की शिक्षा प्राप्त किए।

      आचार्य जी कि विशेषता
      ‘आचार्य जी’ जन्म कुंडली के विशेषज्ञ हैं, महारुद्र यज्ञ एवं दसो महाविद्याओ के द्वारा मानव जीवन में उत्पन्न होने वाली समस्त समस्या का समाधान करते हैं परन्तु दक्षिणा स्वरुप में कुछ भी नहीं लेते हैं, लोको कल्याण में तत्पर रहते है । इनका आचरण, रहन-सहन, बात-विचार पौराणिक काल के ऋषि-महर्षियों जैसे हैं ।